यही हलकी हलकी ठण्ड थी, और यही थे दिल्ली के रास्तेवो अपने और में अपने कॉलेज से यहाँ आया था, किसी काम के वास्ते जल्दी ही पहचान हो गयी और होने लगी बातमुझे उनका और उन्हें मेरा, पसंद आने लगा था साथकिस्मत का मिजाज भी कुछ रंगीन होता जा रहा थाजिस काम को कुछ दिनों…
Tag: Hindi Poem
पहला प्यार
सालों बाद आज उनसे मुलाकात हो गयीसड़क पर अकेले जा रहे थे, कि ये बात हो गयी सालों पहले इसी तरह टकरा गए थे हममैं उस समय सत्रह का था ओर वो सत्रह से कुछ कमजवां होती उमंगो के लिए नया-नया सा था अहसासलगा जैसे मिल गया कोई, जिसकी थी तलाशधीरे धीरे हम एक दूजे…
सीमा पर खड़ा जवान
सोचो की अगर सीमा पर खड़े जवान को –सर्दी लगने लगे पहाड़ों में या कांपने लगे वो जाड़ों में मनाना गर चाहे घर जाके दिवाली या होलीबंदूक छोड़ याद आये बिंदी, कुमकुम, रोलीप्रियतमा की याद सताने लगेमां का वो आँचल बुलाने लगेवो गाँव का घर और यारों की टोलीअल्हड यादें वो सूरतें कई भोलीउसे याद…