एक वो भी दौर था, जब तुम ही तुम थेहम दोनों एक दूजे में गुम थेसालो दर साल, बीत गए मिनटों मेंतुम्हारे साथ जैसे एक उम्र बीत गयी हो कुछ घंटो में फिर एक वो भी दौर आया जब हर ओर तन्हाई थीहर पल, हर लम्हा, तेरी यादो कि लहार सी आयी थीयूँ तो दुनिया…
– एक सप्रेम भेंट